रचनाकार: शबनम मेहरोत्रा, कानपुर
(नीचे दिए गए तीन भजन अति लोकप्रिय फिल्मी गीतों की धुनों पर आधारित हैं। इन्हें पढ़कर आप भावविभोर हो जाएंगे)
शिव की भक्ति
धुन : तुम अगर साथ देने का वादा करो (फिल्म हमराज)
तुम अगर मेरे प्रश्नों का उत्तर जो दो, मै यूँ ही शिव की भक्ति में गाती रहूँ
तुम नही भी अगर कोई उत्तर भी दो,फिर तो खुद से मैं उत्तर बताती रहूँ
कितने अवतारे शिव जी ने ली है यहाँ,कोई बतलाए मुझको जो जाने यहाँ
वरना मैं ही कहूँगी सभी आपसे रख के धीरज जरा थोड़ा माने यहाँ है
कुल लिए है उन्नीस वो अवतार ही पर प्रमुख जो है उसको बताती रहूँ
तुम अगर मेरे प्रश्नों के,,,,,,,,
वीरभद्र व भैरव सुरेश्वर किरात ले लिए अश्वस्थामा व शर्मा ओतार
ब्रह्मचारी दुर्वासा व वृषभ अवधूत
यक्ष हनुमान व कृष्ण दर्शन ओतार
ये कथा हमने तो कम ही कही दिल ये कहता है पूरी सुनाती रहूँ
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मैया अपने द्वार
(धुन : अँखियों को रहने दो अँखियों के आसपास)
चाकर बनाकर रखले,मैया अपने द्वार पर
आऊँगी दौड़ी तेरी एक एक पुकार पर
जो भी कहेगी तेरी बात मैं सुनूँगी
तुझको रिझाने खातिर गीत भी बुनूँगी
गाऊँगी हस हस तेरा भजन मैं सितार पर
आऊँगी दौड़ी तेरी एक एक पुकार पर
मुझ पे दया की अपनी दृष्टि तू रखना
क्यों फिर ये शबनम दुनियाँ से डरना
फिर मैं हसुंगी जीत अपनी न, हार पर
आऊँगी दौड़ी तेरी एक एक पुकार पर
चर्चे अभी हो चाहे बाद करे दुनियाँ
तेरे बाद मुझ को भी याद करे दुनियाँ
चाकर बनूँगी माते इसी एक करार पर
आऊँगी दौड़ी तेरी एक एक पुकार पर
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स्कंदमाता
(धुन : फूल तुम्हे भेजा है खत में)
दर तो उनका दूर नहीं है नतमस्तक होकर देखो
अपने हृदय में माता नाम का बीज जरा बो कर देखो
कणों में स्कंद माँ रहती है
किंचित तू ने सुना होगा
तुम तक उनका पग फैलेगा
शीश तेरा जो झुका होगा
मॉं नाम की चर्चा में अब मूर्ख जरा खो कर देखो
अपने हृदय में माता नाम का बीज जरा बो कर देखो
हांथ है उनका इतना लंबा तेरे
सर को छू लेगी
दृष्टि उनके सूक्ष्म है इतनी
कहीं रहो वो देखेगी
मार के मन के सारे कलुष संतोषी हो कर देखो
अपने हृदय में माता नाम का बीज जरा बो कर देखो
मॉं भूखी है भक्ति की बस और
नहीं वो कुछ चाहे
नेह लगा कर देखो भक्तों सुख
की खुल जायेंगे राहें
उनके आगे शबनम दुखड़ा अपना भी रो कर देखो
अपने हृदय में माता नाम का बीज जरा बो कर देखो
Excellent
Excellent writing