रचनाकार : उत्तम कुमार तिवारी ” उत्तम ” , लखनऊ
भाई बहन के रिश्ते को नई अहमियत देने और उनके मध्य प्रेम को और दृढ़ करने के लिहाज से भाईदूज के त्यौहार का विशेष महत्व है। भाई बहन का प्यार कभी पूरा ही नही हो सकता हैं | ये प्यार समुद्र से भी गहरा होता हैं |
भाई बहन के शब्दो पर ही विचार करिए ये कितनी गहराई लिए हुए है| भाई मे से य़दि मात्रा हटा दिया जाये तो इस शब्द का महत्व खत्म हो जायेगा क्योंकि इस शब्द मे स्त्रीलिंग की मात्रा हैं और बहन शब्द मे कहीं कोई मात्रा नही हैं पूरा शब्द पुलिंग है। मतलब बहन अपने भाई से आच्छादित हैं यानी बहन के उपर भाई की छत्रछाया हमेशा बनी रहती हैं इसी प्रकार से भाई के उपर बहन की छाया हमेशा रहती हैं | बहन को भगिनी भी कहा जाता हैं|
हमारे भारतीय संस्कार मे भाई दूज की पूजा होती हैं जिसमे बहन अपने भाई को नदी से, सर्प से और कटीले (कांटो से युक्त ) पेड़— पौधो से बचाती हैं और अपने जीभ मे काटे चुभाती हैं और प्रार्थना करती हैं कि हे भगवन मेरे भाई को कोई कष्ट न हो और उसका मार्ग सुखमय करे| फिर बहन अपने भाई के माथे पर तिलक लगाकर उनकी आरती उतारती है और उसके हाथों में मौली बांधती है।
- भ्रातृ द्वितीया के दिन भाइयों की पूजा करने से भाइयों की रक्षा होती है। और उन्हें लम्बी उम्र की प्राप्ति होती है।
- भ्रातृ द्वितीय की पूजा करने से भाइयों के ऊपर यमराज का भय नहीं रहता है।
- भ्रातृ द्वितीया के दिन शाम को यम और यमी के नाम से चौमुखी दीपक जला कर घर के बाहर रखा जाता है और यमराज का खास पूजन किया जाता है।
- भाई दूज के दिन यमराज का विशेष पूजन करने से भाई और बहन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और उन्हें हर कार्य में सफलता प्राप्त होती है।
- भ्रातृ द्वितीया के दिन यमराज का का पूजन करने से सुख—सुविधाओं में वृद्धि होती है। ये त्याग उसके प्रेम की पराकष्ठा है| विवाह के उपरांत जब बहन ससुराल मे होती है और भाइय उसके ससुराल जाते है और वे कोई भी उपहार ले कर जाते है तो बहन बहुत गर्व से अपने ससुराल वालो को दिखाती है कि ये मेरे भैया लाये है, मेरे लिये| एक बहन का प्यार बिना शर्त और जीवन भर रहता है।
एक भाई-बहन एक व्यक्ति के अतीत, वर्तमान और भविष्य का प्रतिनिधित्व करता है।”“जब जीवन की कठिनाइयाँ हमें निराश करती हैं तो भाई और बहनें सबसे अधिक प्रोत्साहन और सहायता प्रदान कर सकते हैं। उनसे बात करें!”
भाई और बहन, दोस्तों के रूप में एक साथ, जीवन की हर परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं। ख़ुशी और हँसी या आँसू और संघर्ष, हम जीवन भर नृत्य करते हुए हाथों को कसकर पकड़ते हैं।
(क्रमश:)
No Comment! Be the first one.