जहांगीराबाद की डायरी चैप्टर – 1
23 अप्रैल 2022
मिस्टर कमलेश सोलंकी आपको जहांगीराबाद में हमारी नई ब्रांच का मैनेजर बनाकर भेजा जा रहा है। यह काफी पॉश इलाका है। वहां बड़े—बड़े बिजनेसमेन और अफसर रहते हैं। आपको उन लोगों के घर में रखे सोने को गिरवी रखकर अपनी फाइनेंस कंपनी में गोल्ड लोन लेने के लिए राजी करना है। इलाके का नेचर देखते हुए हर महीने करीब दो करोड़ रुपये के लोन देने का टारगेट हमने रखा है। आशा है आप अपनी चतुराई से इस टारगेट को आसानी से अचीव कर लोगे। स्मूथ गोल्ड लोन फाइनेंस कंपनी के जनरल मैनेजर ने यह बात जहांगीरबाद में ब्रांच खोलने के लिए बुलाई गई मीटिंग के दौरान कमलेश सोलंकी से कही। अपने प्रमोशन की बात सुनकर सोलंकी खुश हो गए और आत्मविश्वास से भरे शब्दों में बोले— यस सर! आपने जो भरोसा जताया है उसे मैं कायम रखूंगा और उस ब्रांच को टारगेट से भी ज्यादा लोन देने वाली ब्रांच के रूप में विकसित करने के लिए जमकर मेहनत करूंगा।
25 मई 2022
इस मीटिंग के कोई एक महीने बाद जहांगीराबाद में स्मूथ गोल्ड लोन फाइनेंस कंपनी की नई ब्रांच खुल गई। इस मौके पर मीडियाकर्मियों और इलाके के प्रतिष्ठित नागरिकों को बुलाया गया। स्थानीय विधायक राम प्रसाद शर्मा ने फीता काटकर ब्रांच का उद्घाटन किया। स्थानीय लोगों और गणमान्य लोगों ने इस मौके पर रखे गए लंच का जमकर आनंद उठाया।
5 जून 2022
लेकिन सोलंकी की उम्मीद के विपरीत उद्घाटन के दस दिन बाद भी केवल दो लोगों ने गोल्ड लोन लेने के लिए आवेदन किया। कुल मिलाकर केवल पांच लाख रुपये की रकम लोन के रूप में बंट सकी। ब्रांच का ऐसा खराब परफार्मेंस देखकर सोलंकी ने स्टाफ की मीटिंग बुलाई और उन कारणों को समझना चाहा जिसकी वजह से टारगेट पूरा नहीं हो सका।
11 जून 2022
मीटिंग में कैशियर विष्णु नागपाल ने कहा कि शायद पॉश इलाका है। जहांगीराबाद के रहवासी हायर इनकम ग्रुप के हैं। अत: उन्हें लोन लेने की ज्यादा जरूरत नहीं है। असिस्टेंट मैनेजर शाहरुख कुरैशी ने कहा कि शायद लोग गोल्ड को मार्टगेज रखने के बजाय बेचना ज्यादा पसंद करते हैं। इसलिए अपने कस्टमर कम आ रहे हैं। यह भी हो सकता है कि उन्हें हमारे बजाय अपने घर में ही सोना रखना ज्यादा सेफ लगता हो। कुल मिलाकर जितने लोग उतनी बातें। सोलंकी किसी की भी बात से संतुष्ट नहीं हो पा रहे थे। आखिर में उन्होंने कहा— वजह चाहे जो हो पर लोगों के घर में रखा सोना हमारी ब्रांच में बतौर गिरवी आना ही चाहिए। अन्यथा हमारी ब्रांच फेल हो जाएगी। आप भी ब्रांच का कारोबार बढ़ाने के बारे में सोचिए और मैं भी कुछ प्लान करता हूं।
7 जुलाई 2022
फिर आई गुरुवार की दोपहर। कालोनी के ज्यादातर पुरुष अपने—अपने काम के सिलसिले में से मार्केट या दफ्तरों में जा चुके थे। बच्चे स्कूल गए हुए थे। जहांगीराबाद के कई घरों में केवल महिलाएं या वयोवृद्ध लोग थे जो कि या तो अपने रोजमर्रा के काम निपटाने में लगे थे या आराम कर रहे थे। वहां के वंदना अपार्टमेंट में दूसरी मंजिल पर रहने वाली सुमन त्रिपाठी जब कपड़े सुखाने बालकनी में आई तो उसे किसी फेरीवाले की आवाज सुनाई दी— चमकवा लो, अपने सोने—चांदी के गहने चमकवा लो। उसने सोचा कि घर की तिजोरी में जो करीब पचास तोला सोने के गहने पड़े हैं क्यों न उन्हें चमकवा लिया जाए। यह सोचकर उसने गहने चमकाने वाले को फ्लैट में बुला लिया।
ऐसी ही आवाज डुप्लेक्स में रहने वाली कांता श्रीमाली ने सुनी। उसने आवाज दे रही एक लेडीज को गहने पॉलिश करवाने के लिए घर पर बुला लिया। कांता श्रीमाली के घर से कुछ आगे पांच कमरों के मकान में माया चंदानी रहती थीं। उन्होंने भी गहने के चमकाने वाले की आवाज सुनी और अपने सोने के कड़ों को चमकाने के लिए आवाज लगाते घूम रहे नौजवान को बुला लिया।
क्रमशः (काल्पनिक कहानी )