आखिरी चैप्टर
ऐसे ही सबकुछ ठीक चल रहा था। लेकिन होनी को कौन टाल सकता है? एक दिन जब घीसू लकड़ी काट रहा था तो कुल्हाड़ी छिटक कर पास के कुएं में जा गिरी। लकड़हारे ने इस बारे में तुरंत अपना स्टेटस वाट्स एप और फेसबुक पर डाल दिया। अपने पड़ोसी को कॉल करके अपनी बीवी को यह दुखद खबर दे दी। अब बीवी चिंता में पड़ गई कि पूरे परिवार का गुजारा कैसे होगा? कुल्हाड़ी का गुम होना उसके लिए गाज गिरने के बराबर दुखद था।
संयोग की बात। उस कुएं में तीन गंधर्व रहते थे। वे लकड़हारे का स्टेटस जानकर द्रवित हो उठे और उन्होंने उसकी मदद करने की ठान ली। वे कुएं से धुएं के उभरते गुबार के साथ प्रकट हुए। घीसू यह दृश्य देखकर हैरान रह गया और उसने अपने मोबाइल फोन में वीडियो रिकॉर्डिंग का बटन दबा दिया। इस रिकॉर्डिंग से अनजान उन गंधर्वों ने अपना परिचय देते हुए लकड़हारे से सहानुभूति पूर्वक बातचीत शुरू की।
एक गंधर्व ने कहा कि तुम्हें हुए नुकसान का मुझे बेहद अफसोस है। मुझसे तुम्हारा दुख देखा नहीं जाता। मैं तुम्हें तांबे की कुल्हाड़ी देना चाहता हूं। इस पर घीसू बोला – ‘धन्यवाद गंधर्व जी! लेकिन तांबे की कुल्हाडी से मैं लकड़़ी नहीं काट सकूंगा।’
फिर दूसरे गंधर्व ने उसे चांदी की कुल्हाड़ी भेंट करनी चाही। लकड़हारे ने उसे भी विनम्रतापूर्वक लेने से इनकार कर दिया।
अब तीसरे गंधर्व की बारी थी। उसने कहा – ‘ओ लकड़हारे! जो होना था सो हुआ। मेरे पास तीन किलो सोने की कुल्हाड़ी है। तुम उसे ले लो तो तुम्हारी परेशानी भी हल हो जाएगी और तुम मालामाल हो जाओगे।’ यह सुनकर घीसू मुस्करा उठा। उसे लगा उसके मन की मुराद पूरी हो गई। वह बोला- ‘ठीक है। यही दे दें। मैं आपका आभारी रहूंगा। मेरी लोहे की कुल्हाड़ी अगर आपको मिल ताए तो रख लेना।’ लकड़हारे ने सोने की कुल्हाड़ी ले ली और इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाकर यूट्यूब फेसबुक आदि पर अपलोड कर दिया।
जब लोगों ने लकड़हारे को सोने की कुल्हाड़ी मिलने का वीडियो देखा तो सनसनी फैल गई। लोगों ने उसे जमकर लाइक्स दिए और बड़़ी संख्या में शेयर किया। चार दिनों में ही उसे इतने लाइक्स और हिट्स मिले कि लकड़हारे को लाखों का फायदा हो गया और उसके पास अच्छी खासी रकम इकट्ठी हो गई। फिर वह बॉलीवुड, हॉलीवुड, टॉलीवुड आदि में अपनी स्टोरी पर फिल्म बनाने को बेचने के लिए फिल्मी हस्तियों से संपर्क साधकर मोलभाव करने में जुट गया। जल्दी ही टॉलीवुड के एक बड़े प्रोड्यूसर को को उसकी स्टोरी पसंद आ गई और उन्होंने ओटीटी के लिए बढ़िया मिर्च—मसाले से भरपूर कहानी बनाकर उसे रिलीज कर दिया। लकड़हारे के वारे—न्यारे हो गए और वह लखपति बनकर सुकून से सपरिवार रहने लगा। जब पैसा आया तो उसने अपने बीची और बच्चों की तमाम पूरानी ख्वाहिशें पूरी कर दीं और उनके अच्छे भविष्य के लिए बहुत सारा पैसा निवेश भी कर दिया।
मोरल ऑफ द स्टोरी : जब लगे कि आपकी मनोकामना पूरी होने वाली है तो शर्म मत कीजिए। मौके का लाभ उठाकर आगे बढ़ने की सोचिए।
(काल्पनिक रचना)