प्रस्तुति : शिखा तैलंग, भोपाल
आजकल सोने की कीमतों में जबर्दस्त उछाल देखने को मिल रहा है। देश के कुछ भागों में तो 10 ग्राम सोने की कीमत 96 हजार रुपये से भी अधिक हो गई है। इसके मूल्य में ऐसी तेजी को देखकर बड़े—बड़े आर्थिक विशेषज्ञ हैरान हैं। लेकिन इस बीच हम आपको ऐसी जानकारी देना चाहेंगे जिससे कि आप और अधिक हैरान हो जाएंगे।
यह जानकारी है भारत के सोने के सिक्कों के बारे में! शायद आपको मालूम न हो कि प्रचीन भारत से लेकर देश के आजाद होने से पूर्व तक प्रचलित रहे इन कुछ सिक्कों का वजन भले ही 10 ग्राम के आसपास हो, लेकिन कीमत तो एक करोड़ रुपये से भी अधिक है। आइए, इस लेख के बहाने जायजा लेते हैं देश के प्रचीन, दुर्लभ और बेशकीमती स्वर्ण सिक्कों का। यह आर्टिकल हमने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से प्रयोग के तौर पर पहली बार तैयार किया है और कुछ जगह इसे समझना आसान बनाने के लिए मामूली सुधार किए हैं। अत: इसमें दिए गए तथ्यों पर अमल करने से पहले उन्हें अवश्य जांच लें।
भारत का इतिहास साम्राज्यों, राजवंशों, व्यापार और अपार सांस्कृतिक संपदा की एक शानदार गाथा है। समय के साथ पीछे छूटे कई खजानों में सोने के सिक्कों का एक अनूठा स्थान है। ये चमकते हुए अवशेष न केवल भारत की प्राचीन समृद्धि की बात करते हैं बल्कि इसके कलात्मक, राजनीतिक और आर्थिक विकास को भी दर्शाते हैं। सदियों से, भारतीय शासकों ने सोने के सिक्के ढाले जो न केवल मुद्रा थे, बल्कि शक्ति, भक्ति और विरासत के प्रतीक भी थे। आज, ये दुर्लभ सिक्के सिक्का संग्राहकों और इतिहासकारों के लिए सबसे प्रतिष्ठित वस्तुओं में से एक हैं। आइए समय के साथ यात्रा करें और कुछ सबसे मूल्यवान और दुर्लभ भारतीय सोने के सिक्कों, उनकी कहानियों और आज उन्हें इतना मूल्यवान क्यों माना जाता है, का पता लगाएं।
1. गुप्त साम्राज्य के स्वर्ण सिक्के (लगभग 320-550 ई.)
गुप्त साम्राज्य, जिसे अक्सर भारत का स्वर्ण युग कहा जाता है, केवल रूपकात्मक रूप से ही स्वर्णिम नहीं था – इसने सचमुच भारतीय इतिहास के कुछ सबसे उत्तम सोने के सिक्के ढाले। चंद्रगुप्त प्रथम, समुद्रगुप्त और चंद्रगुप्त द्वितीय जैसे राजाओं ने सोने के सिक्के जारी किए जो आज बहुत मूल्यवान हैं।
• डिज़ाइन: इन सिक्कों में जटिल कलात्मकता दिखाई देती है। समुद्रगुप्त के सिक्कों पर उन्हें वीणा बजाते हुए दिखाया गया है, जो संगीत के प्रति उनके संरक्षण का संकेत देता है। अन्य सिक्कों पर राजा को शेरों का शिकार करते या अश्वमेध अनुष्ठान करते हुए दिखाया गया है।
• वजन और शुद्धता: अधिकांश सिक्कों का वजन लगभग 8 ग्राम था और वे उच्च शुद्धता वाले सोने से बने थे।
• आज का मूल्य: दुर्लभता और स्थिति के आधार पर, ये सिक्के नीलामी में ₹2 लाख से लेकर ₹25 लाख तक कहीं भी मिल सकते हैं।
उनका ऐतिहासिक महत्व और बेहतरीन शिल्प कौशल गुप्त सोने के सिक्कों को गंभीर मुद्राशास्त्रियों के बीच पसंदीदा बनाता है।
(क्रमश:)
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