आखिरी चैप्टर –
(यह हास्य—व्यंग्य समर्पित है उन स्वयंभू शेफों को, जो इंटरनेट पर छोटी—मोटी पाक विधियों को भी इतना बढ़ा—चढ़ाकर बताते हैं कि वीडियो देखने वाले का ढेर सारा डेटा खर्च हो जाए और वह विधि समझने के लिए बार—बार वीडियो रिवाइंड करता रहे।)
जब आपका स्वास्थ्य परीक्षण हो जाए और तमाम रिपोर्टें ओके आ जाएं तो सुबह 8 बजे गुनगुने पानी से स्नान कर लें। नहाते वक्त साफ तौलिया इस्तेमाल करें। नहाने का पानी यदि आरओ का हो तो और बेहतर होगा। स्नान के बाद पहनी जाने वाली ड्रेस बिलकुल साफ—सुथरी और कोरी होनी चाहिए। यदि आपके पास ऐसी ड्रेस नहीं हो तो यह हमारे पास से किराए पर मिल सकती है या 3000 रुपये नकद देकर खरीदी जा सकती है। अगर अगर इस लेख का आर्टिकल कोड ट्रिपल थ्री वन फोर ट्वेंटी डालकर हमें व्हाट्स एप करेंगे तो हम आपको 1000 रुपये का इंस्टेंट डिस्काउंट देंगे साथ ही इन समौसों के साथ खाई जाने वाली लाल—हरी चटनी का 1 ग्राम का सैशे बिलकुल मुफ्त भेजेंगे। आप चाहें तो ईएमआई देकर भी ये ड्रेस ले सकते हैं पर किस्त 3 साल तक चलेगी और आपको हर महीने केवल 100 रुपये देने होंगे। ईएमआई का आप्शन चुनने पर आप नकद देकर 1 ग्राम चटनी का सैशे पाने वाली बात कृपया भूल ही जाएं तो अच्छा रहेगा।
अब तक शायद आपने समौसों को बनाने के लिए जरूरी उपकरणों और ड्रेस का इंतजाम कर लिया होगा। इसके बाद हम बताएंगे कि समौसे बनाने के लिए आपको कौनसी सामग्री कितनी मात्रा में चाहिए होगी। नीचे दी गई सामग्री चार समौसों के लिए है। यदि आप इससे ज्यादा या कम समौसे बनाना चाहें तो कैलकुलेटर लेकर बैठकर हिसाब—किताब कर लेना। आखिर में समौसे तो आपको ही खाने हैं। अत: आप ही माथापच्ची करें तो बेहतर होगा।
समौसा बनाने की सामग्री :
1 उपकरण —
— बेलन 10 x12x 6 इंच का। अगर शीशम की लकड़ी का हो तो और बेहतर!
— चकला 40 सेमी डायमीटर का। यह अगर मकराना के मार्बल से बना हो तो और बेहतर होगा।
— कड़ाही 22 गेज की। प्योर स्टील की होनी चाहिए।
— चाकू रामपुरी हो तो चलेगा बस उसका साइज 4 इंच से ज्यादा बड़ा नहीं होना चाहिए।
2 सामग्री —
— आलू 380 ग्राम। आर्गेनिक विधि से उगाए हुए हों तो समौसे लाजबाव बनेंगे। आलुओं का अंदर का टेम्परेचर 40 डिग्री से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
— मैदा 220 ग्राम। पैकबंद और डायनासोर ब्रांड मिल जाए तो समौसों का स्वाद आप जिंदगी भर नहीं भूल पाएंगे।
— धनिया, मिर्ची, नमक सभी ब्रांडेड कंपनियों के होने चाहिए और उनमें कोई भी मिलावट नहीं होनी चाहिए।
— मटर 48 ग्राम। यदि इन्हें डीप फ्रीजर में रखे हुए चार दिन से ज्यादा हो गए हों तो स्वाद गजब का आएगा।
3 विधि —
सबसे पहले हाथ सैनिटाइज करें। फिर अच्छी कंपनी का आईएसआई मार्क का लाइटर लेकर गैस जलाएं। जलाते ही गैस का टेम्परेचर चेक कर लें यह 99.78 डिग्री से अधिक नहीं होना चाहिए। इसमें एक ओर 2 लीटर का कुकर चढ़ाकर आलू 17 मिनट 44 सेकेंड तक उबाल ले। जब कुकर ठंडा हो जाए और आपके मारे भूख के पेट में चूहे कूदने लगें तो आलू का भरावन तैयार करके हर समौसे में केवल 46 ग्राम भरें। इन समौसों को महंगे वाले कोलोस्ट्रोल फ्री तेल में केवल 7—7 मिनट तलने से अछा कुरकुरापन आ जाएगा। इससे इन्हें खाने के दौरान दांतों और आंतों पर कोई जोर नहीं पड़ेगा। अगर आपका बजट ज्यादा है तो समौसों के भरावन में ढेर सारे ड्राई फ्रूट्स भी डाल सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे ये ड्राई फ्रूट्स पैकबंद और शहर की सबसे महंगी दुकान से खरीदे होने चाहिए अन्यथा आपकी सारी मेहनत पर पानी फिर सकता है।
आपको इस विधि में दिए गए सामान को पाने में यदि कोई दिक्कत हो तो आप हमसे रिकॉर्डेड मैसेज मोबाइल नंबर 420420xxxx पर भेज कर हमारी हेल्प ले सकते हैं। इस कॉल के लिए आपको सिर्फ स्टैंडर्ड कॉल चार्जेस देने होंगे और आपको 500 रुपये का पेमेंट करना होगा।
इतने विस्तार से भी समझाने से यदि यह विधि आपको समझ में नहीं आई हो तो कृपया हमसे संपर्क नहीं करें। पड़ोस के छज्जू हलवाई से ही अपने बजट के मुताबित समौसे खरीदकर खा लें। इससे आपका और हमारा भी भला होगा।
( डिस्क्लेमर— यह विधि केवल मनोरंजन के उद्देश्य दी गई है। कृपया इस पर अमल नहीं करें।)