रचनाकार : शबनम मेहरोत्रा, कानपुर
भारत में है दम!
हमारा हमसे छीना और फिर हमको ही दुत्कार दिया
इस बेरहम आतंकवाद ने हमको बस हाहाकार दिया
एक टुकडा हुआ और वो दरार चटका गया
एक पाकिस्तान दूजे को कश्मीर कहा गया
हमारा हमसे अलग होकर वापस से हममे मिल जाएगा
अभी लिया है कश्मीर जल्द ही पाकिस्तान भी आजाएगा
भारत मे है दम और अब ये पूरी दुनिया जान गई
भारत में है बल,नाकाप दुश्मनों की रूह पहचान गई
बहुत चिल्लाता था तू पाकिस्तान,कश्मीर को पत्थर बना फेंक दिया
कश्मीर तो धरती का स्वर्ग, देख ले भारत ने उसे फिर पे सर धर लिया
कितना मानवाधिकार उल्लंघन हुआ,भारत के नौनिहालों को आतंकवादी बनाया
उनकी परवरिश आतंक के गढ पाकिस्तान में,उनको जिहाद का जहर पिलाया
कितने लोग मरे कितने शहीद हुए नौ निहाल खुद मानव बम बन गए
कितने सैनिक शहीद हुए कितनी शक्ति व्यर्थ भारत के मंसूबे थम गए
लेकिन इस बार फिर ,गर्मी में अब बर्फ पिघलने लगी है
बह जाएगा ऐ आतंकिस्तान तेरी औकात पता चलने लगी है
तूने पहले धोखे से बदला झंडा तिरंगे से कश्मीर हुआ
धारा बदल एक संविधान के टुकडे किए
फिर भी हिन्दुस्तान हिन्दुस्तान ही रहा
हमारी संसद मे घुसपेठिए और बाहर से हमला भी करते हैं
अब देखो आतंकवादियों तुम्हारा काल,ये सब कैसे मरते हैं
भारत अखंड था अखंड है अखंड ही रहेगा
मोदी जी की सत्ता है जय हिंद निडर कहेगा
जय जय जय भारत कहेगा !
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जनतंत्र की जान है ये तिरंगा
विश्व के महानतम जनतंत्र की जान है ये तिरंगा,
देश की आन बान और शान है ये तिरंगा।
वीर बलिदानियों का निशाँ है ये तिरंगा,
हिन्दू,मुस्लिम,सिख,ईसाई की एक पहचान है ये तिरंगा।।
देश का अभिमान भारतियों का स्वभिमान तिरंगा
वीर शहीदों के बलिदान का प्रतिक है तिरंगा
चौबीस तिर्थकर ह्रदय में पटल में सजाये तिरंगा
जन गण मन गाता भारत का यशोगान तिरंगा
प्राणोत्सर्ग से पीछे न हटो, सिखाता है रंग केसरिया,
धर्म,शांति ,सदभाव के पथ से ना हटें, सिखाता रंग श्वेत।
अक्षुण्ण बनाये रखें हरी धरा की समृद्धि, वचन मांगता रंग हरा।।
इस तिरंगे की छांव तले, भारत माँ के बच्चे सारे
रहें अडिग धर्मं पथ पर ,धारण कर जीवन मूल्य प्यारे।।
मध्य तिरंगे के बसा धर्मं चक्र, देता ये सन्देश बारम्बार, थाम हांथ सद्वृत्तियों का, बढ़ता जाये ये संसार।।
मन को हर्षित करता अडिग भाव से खड़ा तिंरगा
भारत की हरी भरी प्रकृति सुखमय देश हमारा तिरंगा
सत्यम शिवम् सुंदरम् भारत को है जॉं से प्यारा तिरंगा
वसुधैव कुटुम्बकम विश्व शांति की सौग़ात तिरंगा!
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