रचनाकार : उत्तम कुमार तिवारी ” उत्तम ” , लखनऊ
भाई और बहन, दोस्तों के रूप में एक साथ, जीवन की हर परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं। ख़ुशी और हँसी या आँसू और संघर्ष, हम जीवन भर नृत्य करते हुए हाथों को कसकर पकड़ते हैं।
भाई-बहन के रिश्ते भावनात्मक रूप से शक्तिशाली होते हैं और न केवल बचपन में बल्कि पूरे जीवनकाल में महत्वपूर्ण होते हैं। भाई-बहन बच्चे का पहला सहकर्मी समूह बनाते हैं, और बच्चे भाइयों और बहनों के साथ बातचीत से सामाजिक कौशल सीखते हैं, विशेष रूप से संघर्ष को प्रबंधित करने में।जीवन में भाई-बहन का काफी अनमोल रिश्ता होता है. सुख-दुख में यही लोग एक दूसरे का सहारा बनते हैं. |भाई बहन के रिश्ते में मान-सम्मान जरूरी होता है. भाई – बहन के रिश्ते पर यह बात लागू होती है. भाई – बहन दोनों में ही आदर के भाव होनेचाहिए. जब इसमें कमी आने लगती है तो,रिश्ता कमजोर पड़ने लग जाता है इसलिए इस रिश्ते में एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए|झूठ की बुनियाद पर कोई भी रिश्ता ज्यादा दिनों तक नहीं टिकता है। भाई बहन के रिश्ते में भी झूठ की कोई जगह नहीं होती है |भविष्यपुराण के अनुसार इन्द्राणी द्वारा निर्मित रक्षासूत्र को देवगुरु बृहस्पति ने इन्द्र के हाथों बांधते हुए निम्नलिखित स्वस्तिवाचन किया (यह श्लोक रक्षाबन्धन का अभीष्ट मन्त्र है)-
येन बद्धो बलिराजा दानवेन्द्रो महाबल:।
तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल ॥
इस श्लोक का हिन्दी भावार्थ है- “जिस रक्षासूत्र से महान शक्तिशाली दानवेन्द्र राजा बलि को बाँधा गया था, उसी सूत्र से मैं तुझे बाँधता हूँ। हे रक्षे (राखी)! तुम अडिग रहना (तू अपने संकल्प से कभी भी विचलित न हो।)”
बहन का ये प्रेम अपने भाई के लिए कितना होता हैं ये देखिये | बहन अपने भाई के लिए जब वह अपने भाई को रक्षा बंधन ,भाई दूज के अवसर पर वह अपने थाल मे रक्षा सूत्र, कुमकुम, दीपक, अक्षत, नारियाल और मिष्ठान रख कर लाती हैं | इसलिए कि रक्षा सूत्र बाधने से मेरा भाई मेरी रक्षा करे | अपने भाई के माथे पर कुमकुम के तिलक के उपर अक्षत लगाती ताकि भाई का जीवन खुशियों से भरा रहे , नारियाल को श्री फल है कहा जाता हैं जो देवी देवताओ का प्रिय फल हैं ज़िससे भाई के जीवन में सुख समृद्धि आती है। फिर वह अपने भाई की आरती उतारती हैं जिससे भाई की उम्र बढ़ती हैं और खुशहाली आती है। भाई की आरती उतारने से भाई बहन का प्रेम जीवन भर बना रहता है। मिष्ठान खिलाती हैं जिससे मेरे भाई बहन के जीवन मे हमेशा मिठास बनी रहे | ये भाई बहन के प्रेम की ही पराकाष्ठा हैं | भगवान श्री कृष्ण जी ने भी अपनी बहन सुभद्रा को आशिर्वाद दिया कि कृष्ण उनकी हमेशा रक्षा करेंगे और साथ में कहा कि जो भी भाई भाई दूज के दिन अपनी बहन के यहां जाएगा, उसके संकट टल जाएंगे|
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